उत्तराखंड से मॉनसून तो विदा हो गया है, लेकिन बारिश का सिलसिला अभी भी जारी है और मौसम विभाग ने अगले दो दिनों यानी 6 और 7 अक्टूबर के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके तहत येलो और ऑरेंज अलर्ट दिए गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 6 अक्टूबर सोमवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, टिहरी और हरिद्वार जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है, इसलिए इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, चार हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हो सकती है। इन क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
7 अक्टूबर मंगलवार को भी पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग और चमोली के निचले इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं, जबकि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 4000 मीटर से ऊपर बर्फबारी की संभावना है। साथ ही इन इलाकों में 3 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए शासन-प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन की सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट पर हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें तैनात की गई हैं। आपदा कंट्रोल रूम से भी हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
पिछले अगस्त और सितंबर महीनों में भी मॉनसून की भारी बारिश ने उत्तराखंड में काफी तबाही मचाई थी। इस पूरे मॉनसून सीजन में प्रदेश में औसतन 22 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून 26 सितंबर को पूरी तरह से उत्तराखंड से विदा हो गया था, लेकिन अब भी बचे इलाकों में बारिश जारी है।
इस साल जिलेवार बारिश के आंकड़े देखें तो बागेश्वर में सामान्य से 241 फीसदी अधिक बारिश हुई है। टिहरी गढ़वाल में भी सामान्य से करीब 58 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। वहीं, हरिद्वार में सामान्य से 55 फीसदी अधिक बारिश हुई। जबकि पौड़ी गढ़वाल में सामान्य से 30 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है, बावजूद इसके अगस्त में हुई भारी बारिश से वहां काफी नुकसान हुआ और कई लोगों की जान भी गई। चंपावत जिले में भी सामान्य से करीब 7 फीसदी कम बारिश हुई है।