उत्तराखंड में बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन करने के मामले में कांग्रेस विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पंचम अपर सिविल जज की अदालत में आत्मसमर्पण किया। उनके साथ कांग्रेस नेत्री अनिता तिराला ने भी अदालत में सरेंडर किया। दोनों के खिलाफ पहले से जमानती वारंट जारी थे।
कोर्ट ने दोनों नेताओं को 30-30 हजार रुपये के निजी मुचलकों पर जमानत दे दी। मामला 8 दिसंबर 2020 का है, जब कोरोना महामारी के कारण प्रदेश में सार्वजनिक कार्यक्रमों और प्रदर्शनों पर प्रतिबंध था। इसके बावजूद कांग्रेस नेताओं ने किसानों के समर्थन में कांग्रेस भवन से घंटाघर तक मार्च निकाला था।
प्रदर्शन की अगुवाई खुद प्रीतम सिंह ने की थी, जिसमें दर्जनों कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए थे। उस दौरान पुलिस ने प्रीतम सिंह समेत 11 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मामले में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
हाल ही में अदालत ने प्रीतम सिंह और अनिता तिराला के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था। बुधवार को दोनों नेता कोर्ट में हाजिर हुए और आत्मसमर्पण किया, जिसके कुछ ही समय बाद उन्हें जमानत मिल गई।
इस मामले में अन्य जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें सूर्यकांत धस्माना, अनूप कुमार, मोहन भंडारी, सुशील राठी, इतात खान, सुमित भुल्लर, नवीन जोशी, राजेंद्र शाह, कमर खान, गरिमा दसौनी, शांति रावत और प्रमीला बडोनी शामिल हैं। मामला अब न्यायालय में विचाराधीन है।