देहरादून: UKSSSC पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड खालिद की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
खालिद ने जिस तरह परीक्षा से पहले पेपर लीक की योजना को अंजाम दिया, उसमें उसकी शारीरिक फुर्ती और फिटनेस ने बड़ी भूमिका निभाई। पुलिस द्वारा सीन रिक्रिएट किए जाने के बाद पूरे घटनाक्रम की तस्वीर और भी साफ हो गई है।
हरिद्वार के बहादरपुर जट स्थित बाल सदन इंटर कॉलेज में खालिद का परीक्षा केंद्र था। कॉलेज के दोनों ओर गन्ने के घने खेत हैं, जिनका फायदा उठाते हुए खालिद ने सेंधमारी की। उसने पहले दो बार कॉलेज की रेकी की। फिर परीक्षा से पहले एक रात वह चुपचाप आया और करीब 6.5 फीट ऊंची दीवार फांदकर परिसर में दाखिल हुआ।
उसने कॉलेज की पुरानी इमारत में एक मोबाइल फोन छुपा दिया, जो परीक्षा के दौरान पेपर लीक करने में इस्तेमाल किया गया। बुधवार को जब देहरादून पुलिस खालिद को हरिद्वार लेकर गई और मौके पर सीन रिक्रिएट कराया, तो खालिद ने कुछ ही सेकेंड में दीवार पार कर अंदर दाखिल होकर सबको चौंका दिया।
कॉलेज के निरीक्षण में सामने आया कि कॉलेज की ऊंची दीवार के बावजूद सुरक्षा इंतजाम नाकाफी थे। पीछे की ओर स्थित छोटे गेट और खुली जगहों पर निगरानी की कमी थी। खालिद बिना किसी रुकावट के सीधे कक्षा संख्या 9 तक पहुंच गया, जहां वह परीक्षा देने बैठा था।
पुलिस ने मौके पर मौजूद एक शिक्षक से पूछताछ कर उनका मोबाइल नंबर भी नोट किया। इसके अलावा पूरे परिसर की बारीकी से जांच की गई।
एसपी देहात जया बलूनी के अनुसार, अब तक मुख्य आरोपी खालिद और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस गिरोह की तीसरी सदस्य सुमन, जो परीक्षा में खालिद की मदद कर रही थी, भी पुलिस के संपर्क में है।
फिलहाल पुलिस खालिद के आईफोन की तलाश में जुटी है, जिससे डाटा रिकवर कर पूरे नेटवर्क और पेपर लीक के तरीके की तह तक पहुंचा जा सके। साथ ही आयोग से ओएमआर शीट मंगवाकर उसकी तकनीकी जांच भी की जा रही है।
खालिद गांव का रहने वाला है और शारीरिक रूप से काफी फिट है। उसके पास लगभग 8 बीघा जमीन है और वह गाय-भैंस पालन भी करता है। उसकी फिटनेस और चालाकी ने उसे इस अपराध को अंजाम देने में मदद की, लेकिन अब पुलिस की कड़ी जांच में उसका जाल एक-एक कर खुलता जा रहा है।